Posts

सामान्य ज्ञान

हल्दी का पीलापन  करक्युमिन के कारण होता है . मिर्च का तीखापन कैपसेसिन के कारण होता है . 10मई 2009  को सुचना का आधिकार अधिनियम पारित हुआ था . चाय का रंग टैनिन के कारण होता है . हिप्पोक्रेटस् को मानव  चिकित्सा   विज्ञान का जनक  कहा जाता है . अक्ल दांते (wisdom teeth)मोलर(molar teeth) होती है . इनैमल शरीर का सबसे मजबुत अंग होता है .आर्थोपोडा प्राणी जगत का सबसे बड़ा संघ है .सैक्लोस्तोमैता वर्ग सबसे प्राचीन वर्टिब्रेट समूह है अनावश्यक पदार्थों के विघटन के कारण लाइसोसोम को आत्महत्या की थैली कहते  है. गौल्जीकाय कोशिका के भीतर और बाहर पदार्थो को भेजने का कार्य करता है .श्वसन एक उपापचयी क्रिया होती है जिससे शरीर का भार कम होता है .श्वसन की क्रिया माइत्रोकोन्द्रिया में होता है .थिओफ़्रेतस ने सर्वप्रथम लाईकेन(Liken) शब्द का इस्तेमाल किया था . अल्कोहल उद्योग मे अधिकांशतः यीस्ट(yeast) का प्रयोग होता है . कंप्यूटर से संप्रेषित सभी डाटा सीधे रैम में ही जाते है,जहां से आवश्यकतानुसार अन्य जगह भेजे जाते है.</li> क्षेत्रीय भाषा मे कंप्यूटर व्यवस्था को विकसित करने के लिए भारत भाषा

भूगोल भाग - 1

शीतोष्ण कटिबंधीय घास के मैदानों में कैल्सिकेरल ,सहित एवं आर्द्र प्रदेशों में पौद्जोलीकरण,टुन्ड्रा प्रदेश में ग्लेकरण ,तथा मरुस्थली प्रदेश में लावानिकरण की प्रक्रिया महत्वपूर्ण होती है .चुना-पत्थर वाले प्रदेश में पौडजोल मिटटी पाई जाती है'. *उष्ण कटिबंधीय सवाना पठारी भागों में लाल मिटटी पाई जाती है . *लेटराइट मिटटी विषुवतीय प्रदेशों एवं सवाना क्षेत्रो में पाई जाती है. *प्रेयरी मिटटी अमेरिका में पाई जाती है .यह विश्व की सर्वाधिक उपजाऊ मिटटी मानी जाती है .अमेरिका में मक्का मी पेटी इसी मृदा प्रदेश में स्थित है . *चेर्नोजेम मिटटी शीतोष्ण प्रदेश की मिटटी है . *परिस्तिकी तंत्र शब्द का प्रथम प्रयोग ए जी टान्सले  ने किया था. *ग्रीनहाउस प्रभाव के लिए सबसे उतरदायी गैस कार्बन डाई ऑक्साईड गैस है . वर्त्तमान समय में अमेरिका  कार्बन डाई ऑक्साईड गैस का उत्सर्जन करनेवाला सबसे बड़ा देश है . *ओजोन छिद्र का पता सर्वप्रथम 1985 ई. अंटार्काटिका के ऊपर फरमान द्वारा लगाया गया . *कार्बन मोनो ऑक्साइड वायु प्रदुषण के लिए सबसे ज्यादा उतरदायी है. *पर्यावरण संरक्षण के लिए सर्वप्रथम स्टॉकहोम में

इतिहास के स्मरणीय तथ्य

1.आदमगढ़ (मध्यप्रदेश)और बगौर से पशुपालन का प्राचीनतम साक्ष्य 5000ई. पूर्व में प्राप्त हुआ था . 2.भीमबेटका मे पुरापाषाणकाल,मध्यपाषाणकाल और नवपाषाणकाल के चित्र प्राप्त हुए है . 3.मिर्जापुर (बेलानघाटी ) तथा विन्ध्य पर्वत के उत्तरी छोर पर पुरापाषाणकाल की तीनों अवस्थायें मिली है . 4.भारत में केवल चिरांद से हड्डियों के औजार मिले है.ये औजार हिरण के हड्डियों से बने है. 5.बुर्जहोम (कश्मीर )की कब्रों में पालतू कुत्ते अपने मालिक के शवों के साथ दफनाए हुए मिलते है . 6.महाराष्ट्र में लोग मृतक को कलश में रखकर अपने घर में फर्श के अन्दर उत्तर -दक्षिण दिशा में गाड़ते थे .कब्र में मिट्टीकी हंडियांऔर ताम्बे की कुछ वस्तुएं भी रखी जाती थी ,जो परलोक में मृतक के इस्तेमाल के लिए रखी जाती थी . 7.गणेश्वर (राजस्थान )से मिली कुछ ताम्बे की वस्तुएं सिन्धु स्थल से मिले वस्तुयों की आकृतियों से मिलती-जुलती  है .गणेश्वर मुख्यतः हड़प्पा को ताम्बे की वस्तुयों की आपूर्ति करता था .गणेश्वर को ताम्र नगरी भी कहा जाता है . 8.चित्रित मृदभांडों के प्रथम प्रयोगकर्ता ताम्रपाषाणकालीन लोग थे .सर्वप्रथम ताम्रपाषाण जनों ने

हड़प्पा कालीन धर्म और समाज

हड़प्पाकालीन समाज के शीर्ष पर तीन प्रकार के लोगों की अदृश्य श्रेणियाँ विद्यमान थी - शासक,व्यापारी तथा पुरोहित।पुरावशेषों और उपकरणों के आधार पर सैंधव समाज को कई श्रेणियों में बांटा जा सकता है।रक्षा प्राचीर से घिरे हुए विशिष्ट सुविधाओं से युक्त हड़प्पा,मोहनजोदड़ो एवं कालीबंगन आदि के दुर्ग क्षेत्र में निःसंदेह विशेषाधिकारों से सम्पन्न व्यक्तियों अथवा शासकवर्ग के लोगों के निवास से संबंधित रहे होगें।नगर क्षेत्र में व्यापारी,अधिकारी,सैनिक एवं शिल्पी रहते थे।मोहनजोदड़ो एवं हड़प्पा की खुदाइयों में मिले आमने -सामने के दो कमरोवाले मकानों का उपयोग समाज के गरीब लोग करते थे,जो भारत के आधुनिक शहरों के कुलियों से प्रायः मिलते -जुलते थे।इसी साक्ष्य के आधार पर इतिहासकार सिंधु सभ्यता में दासप्रथा के प्रचलित होने की ओर संकेत करते है। नृतात्विक दृष्टि से हड़प्पाई लोग चार वर्गों में विभाजित किये जा सकते है - आद्य ऑस्ट्रेलियाई,भूमध्यसागरीय,अल्पाइन और मंगोलाभ।सिंध और पंजाब के निवासी भोजन के रूप में गेहूँ और जौ खाते थे।रंगपुर और सुरकोतड़ा के निवासी चावल और बाजरा खाना पसंद करते थे।वे तेल और चर्बी तिल,सरसो तथा संभव

हड़प्पाई लोगों की आर्थिक गतिविधियाँ

हड़प्पाकालीन संस्कृति मूलतः शहरी संस्कृति थी।हड़प्पा और मोहनजोदड़ो जैसे शहरों के अतिरिक्त अल्लाहदिनों जैसी बहुत सी छोटी बस्तियों से भी ऐसे प्रमाण मिले है जो शहरी अर्थव्यवस्था के सूचक थे।हड़प्पन लोग वाणिज्य-व्यापार के साथ-साथ कृषिकार्य भी बखुबी किया करते थे।हड़प्पा,बहावलपुर और मोहनजोदड़ो वाला भु-भाग सभ्यता का मूल क्षेत्र था।इसके अतिरिक्त अफगानिस्तान के शोतुर्घई और गुजरात के भगत्रव जैसे दूर-दूर फैले हुए क्षेत्र में हड़प्पा सभ्यता के लोगों की बस्तियाँ होने का मूल कारण संसाधनों की प्राप्ति है।इन संसाधनों में खाद्य-सामग्री,खनिज एवं लकड़ी प्रमुख है।धातुओं में सोना,चाँदी,टिन,सीसा और ताँबा ज्ञात थे।इस संस्कृति में सिक्के का प्रचलन नहीं था;व्यापार वस्तु-विनिमय प्रणाली पर आधारित था।यातायात के साधनों में भैसागाड़ी,बैलगाड़ी,हाथियों,पहाड़ी क्षेत्रों में खच्चरों और मस्तुलवाली नावों का प्रयोग होता था।भगत्रव,लोथल,बलूचिस्तान क्षेत्र में तीन स्थान - दाश्क नदी के मुहाने पर स्थित सुतकांगेडोर,शादीकौर नदी के मुहाने पर स्थित सोत्काकोह एवं सोन मियामी खाड़ी के पूर्व में विंदार नदी के मुहाने पर स्थित बालाकोट बंदरगाह नगर क

भक्ति आंदोलन

* भक्ति आन्दोलन में अधिकत्तर  सभी संतों ने एकेश्वरवाद का प्राचर किया था * निम्बार्क को सुदर्शन चक्र का अवतार मन जाता है.इन्होनें सनक संप्रदाय की स्थापना की थी * माधवाचार्य ' आनंदतीर्थ ' और 'पूर्णप्रज्ञ ' नाम से प्रसिद्द हुए थे .इनका द्वैतवाद भागवत पुराण पर आधारित था .इनके द्वारा प्रचलित संप्रदाय को 'व्रह्म ' या 'स्वतंत्रतास्वतन्त्रवाद ' कहा जाता था . *रामानंद ने रामभक्ति के प्रचार के लिए उत्साही विरक्त दल का गठन किया था ,जो वैरागी के  नाम से विख्यात थे . *रामानंद प्रथम वैष्णव संत थे ,जिन्होनें होंदी भाषा के माध्यम से अपने विचारों को जनता तक पहुचाया . *पीर सदरुद्दीन ने भारत आकर खोजाह संप्रदाय का प्रचार किया था . *शिया सप्रदाय के धर्मगुरु बोहरा शाखा ने गुजरात में अपना दर्म प्रचार किया था. *मुहम्मद साहब कुरेश काबिले से सम्बंधित थे,उन्होंने अपना प्रथम उपदेश अपनी पत्नी खदीजा को दिया था.मुहम्मद साहब ने 622 ई. में मक्का से मदीना की ओर प्रस्थान किया था और यहीं से हिजरी संवत का प्रारंभ हुआ था . *शिया संप्रदाय 12 इमामों में विश्वास करता है,जिसके अ

वस्तुनिष्ठ इतिहास भाग- 2

1.कुम्भकारी का सर्वप्रथम साक्ष्य किस काल में दिखाई देता है? ( क) पुरापाषाण काल             (ख) नवपाषाण काल ( ग) मध्यपाषाण काल।          (घ) ताम्रपाषाण काल 2.निम्नलिखित में से किस स्थान पर पुरापाषाण काल,मध्यपाषाण काल और नवपाषाण काल के चित्र मिलते है? (क)बोलान घाटी                  (ख) गुफकराल (ग) उत्तनूर।                       (घ) भीमबेटका 3.ताम्रपाषाणकाल के  किस पालतू पशु से परिचित नहीं थे? (क) गाय                    (ख) भैंस (ग) घोड़ा।                (घ)  बकरी 4.कौन सा ताम्रकालीन स्थल हड़प्पा सभ्यता को ताम्बे की वस्तुओं की आपूर्ति करता था ? (क)  गणेश्वर                           (ख मेहरगढ़ (ग)  दैमाबाद                           (घ) उत्तनूर 5.अंकोरवाट के विष्णु मंदिर का निर्माण किस शासक ने करवाया था? (क) श्रेष्ठवर्मन।                          (ख) भद्रवर्मन (ग) सूर्यवर्मन प्रथम।                  (घ) सूर्यवर्मन द्वितीय 6.कलचुरी चेदि सम्बत् का प्रचलन किस शासक द्वारा किया गया था ? (क) प्रवरसेन।                            (ग)  ईश्वरसेन (ग) मयूरशर्मन