उर्जा गंगा परियोजना


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10,000 करोड़ रुपये की लगत से बनारस सहित पूर्वी भारत के 16 बड़े जिलों की उर्जा आवश्यकता की पूर्ति हेतु भारत सरकार की एक नई पाईप लाइन विकसित करने की योजना है ;जो उत्तरप्रदेश के जगदीशपुर से पश्चिम बंगाल के हल्दिया को जोड़ेगा . इस पाईप लाइन की लम्बाई 2050 किमी.होगी .इस पाईप लाइन द्वारा उत्तरप्रदेश के इलाहाबाद ,बनारस; बिहार के पटना, छपरा ,सिवान ,गोपालगंज ,बेतिया ,मोतिहारी,मुजफ्फरपुर और भागलपुर ;झारखण्ड के बोकारो,धनबाद ,रांची और जमशेदपुर तथा पश्चिम बंगाल के आसनसोल ,कोलकत्ता एवं दुर्गापुर को सस्ती तथा साफ-सुथरा ईंधन उपलब्ध कराया जायेगा .इसके अतिरिक्त मृतप्राय हो चुके गोरखपुर खाद कारखाना (यूपी ) बरौनी खाद कारखाना (बिहार ) सिंदरी खाद कारखाना (झारखण्ड )तथा दुर्गापुर खाद कारखाना (पं .बंगाल )उर्जा की पूर्ति करेगा .ये खाद कारखाने नेफ्था पर आधारित थे ,उन्हें यह पाईप लाइन कव्ह्व्हा मॉल की भी आपूर्ति करेगा .साथ ही इस पाईप लाइन से बरौनी एवं हल्दिया रिफायनरी को नेचुरल गैस भी दी जाएगी तथा दुसरे बड़े उद्योगों को ;जैसे लोहा -इस्पात उद्योग,उर्जा संयंत्र ,उत्पादन संस्थान आदि को  सस्ती दर पर  ईंधन की आपूर्ति किये जाने की योजना है .यदि सब -कुछ ठीक-ठाक रहा 

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