सिन्धु घाटी सभ्यता
http://gyanpradayani.com/प्राचीन-भारत-का-इतिहास
आरंभिक हड़प्पा सभ्यता के उदभव से पहले कृषक समुदाय के उत्पति का प्राचीनतम साक्ष्य 5000 ई.पूर्व में मेहरगढ़ से प्राप्त हुआ है .इस काल के लीवन नामक स्थान से पत्थर के औजार बनाने वाले एक बहुत बड़े कारखाने का पता चला है .पंजों में सर्प को दबाये गरुड़ की आकृति नाल संस्कृति में मिली है .हड़प्पा सभ्यता के बारे में पहली बार चार्ल्स मैसन ने 1826 ई.में जिक्र किया था ,1831में एलेक्जेंडर बर्न्स ने यहाँ नगर के नदी वाले किनारे पर किले के खंडहर देखे.लेकिन दिन्धू सभ्यता की बस्तियों के बारे में पहली पुरातात्विक रिपोर्ट 1875 ई. सर एलेक्जेंडर कनिंघम ने लिखी थी.सर जॉन मार्शल की प्रेरणा से और निर्देशन में 1920 के दशक में मोहनजोदड़ो और हड़प्पा का उत्खनन प्रारंभ हुआ .हड़प्पा सभ्यता की बस्तियों को अधिकतर गुलाबी रंग के मिटटी के बर्तनों से पहचाना जाता है .फेयर सर्विस ने मोहनजोदोड़ो की जनसँख्या 41 हजार 250 बताई है.
आरंभिक हड़प्पा सभ्यता के उदभव से पहले कृषक समुदाय के उत्पति का प्राचीनतम साक्ष्य 5000 ई.पूर्व में मेहरगढ़ से प्राप्त हुआ है .इस काल के लीवन नामक स्थान से पत्थर के औजार बनाने वाले एक बहुत बड़े कारखाने का पता चला है .पंजों में सर्प को दबाये गरुड़ की आकृति नाल संस्कृति में मिली है .हड़प्पा सभ्यता के बारे में पहली बार चार्ल्स मैसन ने 1826 ई.में जिक्र किया था ,1831में एलेक्जेंडर बर्न्स ने यहाँ नगर के नदी वाले किनारे पर किले के खंडहर देखे.लेकिन दिन्धू सभ्यता की बस्तियों के बारे में पहली पुरातात्विक रिपोर्ट 1875 ई. सर एलेक्जेंडर कनिंघम ने लिखी थी.सर जॉन मार्शल की प्रेरणा से और निर्देशन में 1920 के दशक में मोहनजोदड़ो और हड़प्पा का उत्खनन प्रारंभ हुआ .हड़प्पा सभ्यता की बस्तियों को अधिकतर गुलाबी रंग के मिटटी के बर्तनों से पहचाना जाता है .फेयर सर्विस ने मोहनजोदोड़ो की जनसँख्या 41 हजार 250 बताई है.
साभार:गूगल इमेज
Comments
Post a Comment